National Water Mission | भारतीय जल मिशन

National Water Mission : जल संसाधन की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण पहल , भारत की आबादी तेजी से बढ़ रही है और इससे जल संसाधनों पर बढ़ती दबाव पड़ रहा है। भारत में जल संसाधन की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है जिसे देखते हुए सरकार ने जल संसाधनों की संरक्षा एवं प्रबंधन के लिए भारतीय जल मिशन की शुरुआत की है।

भारतीय जल मिशन के तहत देश के सभी राज्यों को जल संसाधनों के संरक्षण एवं उनके उपयोग को बढ़ावा देने का काम किया जाता है। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य जल संसाधनों की संरक्षा , उनके उपयोग में आवश्यक बदलावों के संज्ञान में आना और जल संचय के लिए उपयुक्त तंत्रों का विकास करना है।

भारतीय जल मिशन के तहत कई योजनाएं चलाई जा रही हैं जिनमें जल संचय, जल संवर्धन , जल संग्रहण , जल संचालन एवं जल संवेदनशीलता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई कदम उठाए जा रहे हैं।

National Water Mission राष्ट्रीय जल मिशन का लक्ष्य क्या है?

राष्ट्रीय जल मिशन का लक्ष्य भारत में जल संसाधनों की संरक्षा, उनके उपयोग में आवश्यक बदलावों के संज्ञान में आना, जल संचय के लिए उपयुक्त तंत्रों का विकास और जल संसाधनों के उपयोग में अधिक संवेदनशीलता लाना है।

National Water Mission | भारतीय जल मिशन

इस मिशन के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जैसे जल संरक्षण, जल संचय, जल संवर्धन, जल संचालन और जल संवेदनशीलता को बढ़ावा देने के लिए।

इसके अलावा इस मिशन के तहत अन्य कुछ उद्देश्य भी हैं, जैसे:

  • जल संसाधनों के उपयोग में वृद्धि करने से जुड़े समस्याओं का समाधान करना।
  • जल संबंधी विज्ञान, तकनीक और अध्ययन के लिए उपयुक्त मानकों का विकास करना।
  • जल संबंधी आंकड़ों को एकत्रित करने और जल संबंधी विभिन्न क्षेत्रों में उनका विस्तार करना।
  • जल संबंधी विवेचना एवं नीति निर्माण में सम्मिलित होना।

National Water Mission राष्ट्रीय जल मिशन की शुरुआत कब हुई?

राष्ट्रीय जल मिशन की शुरुआत 2008 में हुई थी। यह भारत सरकार द्वारा जल संसाधनों की संरक्षा, उनके उपयोग में आवश्यक बदलावों के संज्ञान में आना, जल संचय के लिए उपयुक्त तंत्रों का विकास और जल संसाधनों के उपयोग में अधिक संवेदनशीलता लाने के लिए शुरू की गई थी।

राष्ट्रीय जल मिशन का मुख्य उद्देश्य देश के सभी राज्यों को जल संसाधनों के संरक्षण एवं उनके उपयोग में बेहतर तरीकों के विकास के लिए सक्षम बनाना है। इस मिशन के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जो जल संरक्षण, जल संचय, जल संवर्धन, जल संचालन और जल संवेदनशीलता को बढ़ावा देने के लिए हैं।

National Water Mission जल संरक्षण कितने प्रकार के होते हैं?

जल संरक्षण कई तरीकों से किया जा सकता है। यहां कुछ मुख्य तरीके दिए गए हैं:

  • जल की संचयीकरण: इसमें जल को बांधों, तालाबों, जलाशयों, नदी बांधों और अन्य संरचनाओं के जरिए संचयित किया जाता है। इससे पानी की विपथता रोकी जाती है और जल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाती है।
  • जल संचयन: यह जल के संचय के लिए छोटे स्तर पर जल संचयन करने का तरीका है। इसमें छतों से जल इकट्ठा किया जाता है, जिससे छत के ऊपर की भूमि पर जल नहीं जमता है और स्थानीय निवासियों के लिए आपूर्ति उपलब्ध होती है।
  • जल संरक्षण के लिए विशेष उपकरणों का उपयोग: विभिन्न उपकरण जैसे कि जल संचय टैंक, जल स्पर्श प्वाइंट विवरण प्रणाली, जल उपचार संयंत्र और सूक्ष्म जल संरक्षण उपकरणों का उपयोग करके जल संरक्षण किया जा सकता है।

National Water Mission जल के प्रमुख स्रोत क्या है?

  • वर्षा: बारिश जल का मुख्य स्रोत है। वर्षा से बाढ़, तूफान और बाढ़ के कारण बहुत सारा पानी जमा होता है।
  • नदियाँ: नदियाँ जल के मुख्य स्रोतों में से एक हैं। नदियों के माध्यम से बहुत सारा पानी उपलब्ध होता है जो जल संचय, जल जीवन, जल उत्पादन और जल संचार के उद्देश्यों के लिए उपयोगी होता है।
  • झील: झील जल संचय और जल जीवन के लिए महत्वपूर्ण स्रोत होते हैं। झीलों में जमा होने वाला पानी अनेक लोगों के जीवन जीने के लिए उपयोगी होता है।
  • अवैध जल स्रोत: यह जल संचय के रूप में नहीं माना जाता है, क्योंकि इस पानी को उपयोग करने से पहले उसके गुणवत्ता की जांच नहीं की जाती है। यह जल विभिन्न स्थानों से आता है, जैसे कि अंडरग्राउंड स्प्रिंग, खोल के नालों, स्थानीय तालाबों आदि।

यह थोड़े से स्रोत हैं जो जल की संपूर्णता में नहीं हैं।

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National Water Mission | भारतीय जल मिशन

अनुबंध के आधार पर सगाई की तारीख से एक वर्ष की प्रारंभिक अवधि के लिए निश्चित पारिश्रमिक पर अनुबंध के आधार पर सगाई के लिए इच्छुक और पात्र व्यक्ति से आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं जिसे कार्यात्मक आवश्यकता के अनुसार बढ़ाया या घटाया जा सकता है।

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नल जल योजना में कितना पैसा मिलता है?

नल जल योजना” देश के विभिन्न क्षेत्रों में जल संसाधन के विकास एवं समुदायों को प्रभावी ढंग से जल संसाधन के उपयोग तथा वित्तीय निर्माण के माध्यम से सहयोग देने के लिए शुरू की गई एक राष्ट्रीय योजना है।

योजना के तहत कुल लागत का 50 प्रतिशत आधार बँधान से जुड़े परियोजनाओं के विकास के लिए उपलब्ध कराया जाता है। बचे 50 प्रतिशत धनराशि राज्य सरकारों द्वारा निर्धारित स्वीकृत परियोजनाओं के विकास और निर्माण के लिए उपयोग में आता है।

इसलिए, “नल जल योजना” से जुड़े परियोजना के लिए उपलब्ध धनराशि की राशि विभिन्न परियोजनाओं के आकार, स्थान, और स्थिति के आधार पर भिन्न होती है। अतः, इसका एक सटीक उत्तर देना संभव नहीं है।

यदि आप एक विशिष्ट परियोजना के बारे में जानकारी चाहते हैं, तो आपको उस परियोजना के राज्य सरकार से संपर्क करना चाहिए ।

National water mission Salary

राष्ट्रीय जल मिशन” एक राष्ट्रीय स्तर की योजना है जो भारत सरकार द्वारा लागू की गई है। इस योजना के अंतर्गत, जल संसाधनों के संरक्षण, विकास, उपयोग और व्यवस्थित प्रबंधन के लिए उच्च स्तर का तकनीकी सहायता प्रदान किया जाता है।

राष्ट्रीय जल मिशन” के तहत कोई नौकरी नहीं होती है, इसलिए इससे संबंधित कोई वेतन नहीं होता है। इसके अलावा, इस योजना से जुड़ी कुल लागत का 50 प्रतिशत आधार बँधान से जुड़े परियोजनाओं के विकास के लिए उपलब्ध कराया जाता है, जो राज्य सरकारों द्वारा निर्धारित स्वीकृत परियोजनाओं के विकास और निर्माण के लिए उपयोग में आता है ।

नोट – राष्ट्रीय जल मिशन में जो भी नौकरी होती है वह भारत सरकार द्वारा कराई जाती है राष्ट्रीय जल मिशन के अंतर्गत कोई भी नौकरी उपलब्ध नहीं होती है वह सेवा के अनुसार उनको पैसा दिए जाते है ।

National water mission निष्कर्ष

राष्ट्रीय जल मिशन भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए एक पहल है, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत में जल संसाधनों के उपयोग, प्रबंधन, संरक्षण और सबसे अधिक जलसंचय करने के लिए एक समग्र रणनीति विकसित करना है। इस मिशन के अंतर्गत भारत के विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों में जल संसाधनों का समग्र प्रबंधन करने के लिए कई उपक्रम शामिल हैं। इसका उद्देश्य जल संचय, जल उपयोग के समन्वय, जल संरक्षण, जल प्रदूषण नियंत्रण और जल संबंधी जागरूकता को बढ़ाना है।

NoteFAQ

Questionभारत में पानी की कमी कहां है?

दिल्‍ली, बेंगलुरु, चेन्‍नई और हैदराबाद ।

Questionकौन से देश में सबसे ज्यादा पानी है?

ब्राजील रूस और अमेरिका ।

Questionराष्ट्रीय जल मिशन की शुरुआत कब हुई?

2008 में हुई थी ।

शरीर से जुड़े हुए समस्या –

हल्दी पानी पीने के फायदे हल्दी पानी पीने के फायदे , हल्दी एक मसाला है जो भारतीय खाने में व्यापक रूप से प्रयोग किया जाता है। यह पीली रंग का होता है और कई खाद्य पदार्थों , जैसे दाल , सब्जियां , चाय और मिठाई में उपयोग किया जाता है ।

भारत सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं का पूर्ण लाभ – संस्करण PMKVY 2.0 में, आवेदकों को वित्तीय सहायता के रूप में अधिकतम ₹ 8000 दी जाती थी। इस राशि के अलावा, वित्तीय सहायता की अन्य विवरण जैसे कि कैसे और कब भुगतान किया जाएगा

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